सप्ताह में साढ़े चार दिन काम का अर्थ | saptaah mein saadhe chaar deen kaam ka vishleshan

सप्ताह में साढ़े चार दीन काम का विश्लेषण पूरा विश्व में सभी देश में कोविद १९ को ले कर वर्क फ्रॉम होम की सिफारिश की गयी थी इसमें कामकाजी जीवन को संतुलन बनाने की वकालत इन दिनों काफी हुआसप्ताह में २.5 दिन का अवकाश मिलने से कामकाजी जीवन में कार्यछमता … Read more

भोजन करने के समय प्राथना | Prayer at lunch

भोजन करने के समय प्रार्थना | Prayer at lunch भोजन करने के समय प्रार्थना  मनुष्य की शरीर की सभी इन्द्रियो को भोजन के वक़्त आह्वान करके भोजन ग्रहण करना चाहिय यह बात गांव के किसान कहता है जो अन्न उपजाता है | इंसान को जब भूख लगता है तो कई … Read more

नसेड़ी की कहानी | Story of nasedi

नसेड़ी की कहानी | Story of nasedi अजब नशेड़ी की गजब कहानी नसेड़ी लोग शाम होते ही अपने दोस्तों यारो से मिलकर गाँव के बाज़ार के एक कोने में ताड़ी बाले के मयखाना में चले जाते है और ताड़ी पीना धीरे-धीरे शुरू कर देते है | उसके साथ चीखना या … Read more

एक शादी ऐसा भी | A marriage is like this

एक शादी ऐसा भी | A marriage is like this एक विवाह ऐसा भी हमारे समाज के परंपरा के मुताबिक लड़की बाले अपने लड़की के लिय योग्य दुल्ल्हा ( जो दुर्लभ हो ) खोजने के लिए निकलता है और अपने जाती समुदाई के मुताबिक किसी लड़के बाले के घर पौह्चता … Read more

महंगाई पर कविता | Poem on inflation

महंगाई पर कविता | Poem on inflation महंगाई पर कविता घर फूटे गवारे निकले आँगन गायब हो गया शिक्षक और विद्यार्थी में अनुशासन ग़ायब हो गया । त्यौहारों का गला दबाया बदसूरत महँगाई ने आँख मिचोली हँसी ठिठोली छीना है तन्हाई ने फागुन गायब हुआ हमारा सावन गायब हो गया … Read more